अगर पहचान साबित करने के लिए आधार का स्वतंत्र रूप से उपयोग किया जाना है और ऐसा करना सुरक्षित है, तो यूआईडीएआई ने लोगों को अपना आधार नंबर सोशल मीडिया या सार्वजनिक डोमेन में न डालने की सलाह क्यों दी है?

जहां भी जरूरत हो आप पैन कार्ड, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, बैंक चेक का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप इन विवरणों को इंटरनेट और सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, ट्विटर आदि पर खुलेआम डालते हैं? जाहिर है नहीं! आप ऐसे व्यक्तिगत विवरण अनावश्यक रूप से सार्वजनिक डोमेन में न डालें ताकि आपकी गोपनीयता पर कोई अनुचित आक्रमण का प्रयास न हो। आधार के उपयोग के मामले में भी यही तर्क लागू करने की जरूरत है।